भारत 32 हज़ार करोड़ रूपये में 31 प्रिडेटर ड्रोन खरीदेगा | इसके लिए भारत और अमेरिका के बीच मंगलवार 15 अक्टूबर 2024 को करार हुई है | इसके तहत भारत को ये MoU-9B हंटर किलर ड्रोन (Hunter Killer Drone) मिलेंगे | इनमें सी गार्डियन (Sea Guardian) और स्काई गार्डियन (Sky Guardian) जैसे आधुनिक मॉडल शामिल हैं। इनके मेंटेनेंस और रिपेयरिंग की सुविधा भी भारत में ही विकसित की जाएगी | केंद्रीय कैबिनेट की रक्षा संबंधी समिति (CCS) ने इस सौदे को मंजूरी दे दी है |
चीन विवादित सीमा पर निगरानी
इस ड्रोन सौदे का प्रमुख उद्देश्य चीन के साथ विवादित सीमा पर भारतीय सेना की युद्ध क्षमता बढ़ाना है | यह सौदा उस समय हुआ है, जब अमेरिका में 5 नवंबर 2024 को चुनाव होने जा रहे थे | इस समिति में यह निर्णय हुआ है की मिलने वाले 31 प्रिडेटर ड्रोन में से 15 ड्रोन भारतीय नौसेना (INDIAN NAVY) को मिलेंगे एवं 8-8 ड्रोन भारतीय थलसेना (INDIAN ARMY) और भारतीय वायुसेना (INDIAN AIR FORCE) को दिए जाएंगे | पहले यह अत्याधुनिक ड्रोन सिर्फ भारतीय नौसेना के लिए खरीदे जाने वाले थे लेकिन बाद में तीनों सेनाओं के लिए खरीदने का निर्णय हुआ | भारतीय नौसेना इस सौदे के लिए प्रमुख एजेंसी है, जिसमे 15 ड्रोन्स अपनी जिम्मेदारी के क्षेत्र में निगरानी करेंगे |
जनरल एटॉमिक्स (General Atomics) द्वारा निर्मित प्रीडेटर ड्रोन (Predator Drones) की अद्वितीय क्षमताएं
MoU-9 रीपर ड्रोन को सैन डिएगो स्थित जनरल एटॉमिक्स (General Atomics) ने बनाया है , यह लगातार 48 घंटे उड़ सकता है | यह 6000 समुद्री मील से ज़्यादा तक करीब 1700 किलोग्राम का पेलोड ले जाने में सक्षम है | अमेरिका सेना ने 2022 में काबुल में इसी ड्रोन से अल-कायदा आतंकी अयमान अल-जवाहिरी को मारा था |
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