पानी से चलने वाली ट्रेन
भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) दिसंबर – जनवरी से सोनीपत – जींद के बीच 90 कि.मी. दौड़ेगी | यह भारत की पहली प्रदूषण रहित ट्रेन होगी | इस ट्रैन की स्पीड लगभग 140 कि. मी. प्रति घंटे होगी |
ट्रेन की खासियतें
हाइड्रोजन फ्यूल तकनीक: हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स (Hydrogen Fuel Cell) के जरिए हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बिजली पैदा करेगी | ट्रेन के 10 डिब्बों को खींचने के लिए 2.4 मेगावाट (MW) बिजली की आवश्यकता पड़ेगी | ट्रेन में 2 पावर प्लांट होंगे |
प्रदूषण रहित: पारंपरिक डीजल ट्रेन की तुलना में यह ट्रेन न तो कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ेगी और न ही धुआं, बल्कि केवल भाप और पानी | इससे हमारे पर्यावरण को बहुत लाभ होगा |
उत्सर्जन बचत: 90 कि.मी. दूरी के लिए डीजल ट्रेन 964 किलो कार्बन का उत्सर्जन करती है | वहीं दूसरी ओर हाइड्रोजन ट्रेन से यह उत्सर्जन नहीं होगा |
निर्माण और प्लांट
जींद रेलवे स्टेशन पर 3,000 किलो हाइड्रोजन स्टोर करने के लिए प्लांट तैयार हो रहा है | ट्रेन को हर घंटे 40,000 लीटर पानी की आवश्यकता पड़ेगी | जींद रेलवे स्टेशन पर अंडर ग्राउंड स्टोरेज भी बन रहा है | जींद रेलवे स्टेशन पर पानी से ऑक्सीजन – हाइड्रोजन को अलग किआ जाएगा | इस्से हाइड्रोजन ईन्धन (Hydrogen Fuel) तैयार होगा | इसे हाइड्रोजन डिपो के टैंकों में स्टोर किया जाएगा | और यहाँ से PIPE लाइन के ज़रिए हाइड्रोजन गैस ट्रेन में भरी जाएगी | ट्रेन के संचालन के लिए मशीने आ चुकी हैं |
हेरिटेज और हिल रूट के लिए योजना
रेलवे की योजना है की ट्रायल सफल होने के बाद रेलवे हेरिटेज और पर्वतीय मार्गों पर 35 हाइड्रोजन ट्रेनों (Hydrogen Train) को शुरू किआ जायेगा | हाइड्रोजन ट्रैन शुरुआत में 8 से 10 डिब्बों की होगी | सम्भावना है कि दिसंबर – जनवरी में ट्रायल रन के बाद इसी वित्त वर्ष में यह नियमित चलने लगे |
अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण
स्वीडन, चीन,जर्मनी और फ्रांस के बाद हाइड्रोजन ट्रेन चलाने वाला भारत दुनिया का 5 वां देश बन जाएगा |
क्या आपको लगता है कि हाइड्रोजन ट्रेन भारत के परिवहन क्षेत्र में क्रांति ला सकती है? अपने विचार और सुझाव कमेंट में साझा करें! साथ ही, जानिए कैसे यह पहल पर्यावरण को बचाने में मदद करेगी। आइए, इस नई तकनीक पर चर्चा शुरू करें!
यह भी पढ़ें ..
Stock Market में युवाओं का दबदबा: Young Investors की New Strategies